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Monday, December 11, 2017

धन लाभ साधना


@@धन लाभ हेतु@@ अगर कारोबार मे किसी भी तरह का हो,हानि हो रही है तो उपाय करे। बृहस्पतिवार के दिन सुबह पतिपत्नी दोनों केले के पेड़ का पूजन करे। कच्चे सूत को 5 बार फेरे में लपेटकर 5 5 लौंग चढ़ाये देशी घी का दिया जलाये।। यह कार्य लगातार 11 दिन करना है।गुरु गोरखनाथ जी को धन्यवाद दे। आकस्मिक धन लाभ होना शुरू हो जायेगा। गुरु अशोक कुमार चन्द्रा हरिद्वार उत्तराखण्ड हेल्पलाइन 07669101100 08868035065 07669101100
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नींद में चलना बीमारी से मुक्ति साधना

@@नींद में चलना,सपने में डरना या आवाज न निकलना@@ कुछ लोगो में यह बीमारी हो जाती है की वो नींद में चलते है और उनको कुछ याद ही नही रहता है,यह सब कार्य कोई काली आत्मा करती है उसको नींद में चलाने का,कभी कभी तो ये आत्माये ऐसे लोगो को अपना शिकार बना देती है । दूसरी तरफ यदि आपको सपने में डर लगता है या किसी ने आपकी आवाज बन्द कर दी अर्थात गला दबा दिया तो इस उपाय को करने से सभी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है। शनिवार की शाम को नहा कर अपने सिर के ऊपर से कड़वे तेल का दिया रुई की बत्ती डालकर 5 बार घुमाकर उतारे।इस दिये को किसी मन्दिर में जहाँ सीढ़िया हो ,उन सीढ़ियों पर रख कर जला दे और प्रार्थना करे की मेरी सभी समस्या दूर हो। मन ही मन गुरु गोरखनाथ जी का स्मरण करे।यह क्रिया 5 शनिवार करनी है। आप ठीक हो जाओगे। नींद में चलने की बीमारी भी खत्म हो जायेगी और डरावने सपने ,गला दबना आदि भी बीमारी भी जड़ से खत्म हो जायेगी। गुरु अशोक कुमार चन्द्रा हरिद्वार उत्तराखण्ड हेल्पलाइन 07669101100 08868035065 09997107192
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Sunday, December 10, 2017

शोकापीर मन्त्र साधना


शोकापीर सिद्धि- यह साधना 21 दिन की है। इस साधना में साधक सफेद वस्त्र धारण करे।भगवान श्रीराम को मानने वाले साधक जो मन से साफ ,पवित्र हो साधना सिद्ध करे।दूसरो की निंदा न करे।सिद्धि प्राप्त होने पर साधक किसी भी भूत प्रेत पिशाच ब्रह्मबेताल आदि को पल भर में पकड़ कर पीर से दंडित अथवा बंधन करवा कर अथवा मारण करवा कर रोगी को रोगमुक्त कर सकता है। आत्माओ से बातचीत कर सकता है।यह साधना 2 घण्टे प्रतिदिन करनी होती है। दिशा उत्तर होती है।साधक सफेद वस्त्र धारण कर माथे पर सिंदूर का तिलक लगाकर सफेद आसन पर बैठकर हाथ मे रुद्राक्ष की माला तांत्रोक्त विधि से सिद्ध करके जप करे। अपने कमरे में गुलाब,चमेली, मोगरा का सेंट या इत्र सभी जगह छिड़क दें।अपने कपड़ों पर भी छिड़क ले।अपने सामने भगवान श्रीराम का फोटो काँसे की थाली में स्थापित करे।थाली में गेंदा के फूल रखे और एक माला फ़ोटो पर चढाए।मन्त्र जाप दाहिने हाथ के अंगूठे और मध्यमा उंगली से करें। साधक इस साधना से बड़े बड़े चमत्कार करता है।रात में यह साधना 12 बजे से शुरू करे।कमरे में शयन करे।पवित्रता से रहे।भोजन में फल,मिठाई,हरी सब्जियां ,दालें गृहण करे। पूजा में रात को फल फूल मिठाई का भोग लगाएं।देशी घी का बड़ा चिराग जलाये।लोबान की अगरबत्ती साधना काल मे जलाये।मोगरा ,चमेली,गुलाब की धूपबत्ती भी जलाये। साधना की सामग्री सुबह को किसी पीपल के पेड़ या मंदिर में चढाए।तांबे के लोटे का जल तुलसी या सूर्यदेव को अर्घ्य दे। दिन में रामायण का अध्ययन करे।धार्मिक कामो में व्यस्त रखे अपने आपको। साधना में पहले दिन साधक को एक मोटा आदमी दाढ़ी वाला दिखाई देगा ।दूसरे दिन साधक कोएक युवक दिखाई देगा।तीसरे दिन साधक को स्त्री दिखाई देगी।चौथे दिन एक मुल्ला के दर्शन होंगे।पांचवे दिन एक बूढ़ा आदमी नमाज पढ़ता दिखाई देगा। 6वे दिन आदमी बैठा हुआ दिखाई देगा।7वे दिन साधक की तरफ यह आदमी अर्थात पीर सुई या डंडा मारेगा साधक को महसूस होगा किन्तु डरे नही।8वे दिन किसी को हाथ से इशारा करते हुए दिखाई देगा।9वे दिन पीर मुकुट धारण करके बैठा हुआ दिखाई देगा।10 वे दिन नवयुवक रूप में एक राजकुमार बिना मूंछ दाढ़ी का दिखाई देगा।11वे दिन राजकुमार भयंकर राक्षस जैसा हो जाएगा किंतु साधक डारे नही यदि डर कर भाग गया तो पागल हो जाएगा।12वे दिन सामान्य रूप में दर्शन देगा पीर।13वे दिन कुछ घोड़े सवार दिखेंगे।14 वे दिन भी सवारी करते हुये दिखेंगे।15 वे दिन अकेला घोड़ा दिखेगा।16वे दिन लालवस्त्र धारण करके पीर दिखाई देंगे।17वे दिन किसी से बातचीत करेंगे ध्यान से सुने।18वे दिन घोड़े पर सफर होगा।19वे दिन बड़ी आँखे और भोजन की दावत में अनेक लोग दिखेंगे।20 वे दिन पीर किसी स्त्री से बात करता है और साधक की और देखकर मुस्कुराता है।21वे दिन पीर किसी भीड़ में से निकलकर साधक के सिर पर हाथ रख देते है और सिद्धि प्रदान करते है।ये दाढ़ी मूंछ धारण किये हुये पठानी कपड़े पहनकर आते है।इनको माँस मदिरा से सख्त नफरत है।साधक को हमेशा सात्विक होना चाहिए। ये हमेशा जायज काम करते है।नाजायज काम नही करेंगे।सिद्धि से पहले हनुमान जी की पूजा मंदिर में देकर आये।सिद्धि के बाद बंदरो को चने गुड़ खिलाए।खीर का वर्तन चौराहे पर रखे। साधना मे मन्त्र जाप रोज करे। 22वे दिन हवन करें। गुरु अशोक कुमार चन्द्रा हरिद्वार हेल्पलाइन 00917669101100 00918868035065 00919997107192 email id vishnuavtar8@gmail.com

Saturday, December 2, 2017

लाल परी साधना


लाल परी साधना-- यह साधना 21 दिन की है। 21 माला रोज जप किया जाता है। साधक यह साधना किसी भी शुक्रवार से या ग्रहण काल या त्योहार से शुरू कर सकते है। इस साधना का समय रात्रि 10 बजे से रहता है। साधना सामग्री ---- 4 गुलाब के लाल फूल, पंखुड़ियां 50 ग्राम, देशी घी का दिया, गुलाब की धूपबत्ती मोगरा,चन्दन,चमेली की धूपबत्ती । 2 फल ,2 मावे की मिठाई लाल रंग की होनी चाहिये। मन्त्र जाप के समय साधक के वस्त्र लाल,कमरे का रंग लाल ,आसन लाल और माला रुद्राक्ष की होनी चाहिए। साधना सिद्ध होने पर अंतिम दिन परी साधक को वचन देकर सिद्ध हो जाती है। मन्त्र---बिस्मिल्ला सुलेमान लाल परी हाथ पर धरी,खिलावे चुरी,निलावे कुञ्ज हरि।। यह साधना साधक को तभी सिद्धि प्रदान करेगी जब साधक का आज्ञा चक्र विकसित हो और बन्द आँखो से साधक आत्माओ को देखने और उनसे बात करने की मानसिक शक्ति प्राप्त हो।यह शक्ति माता विंध्यवासिनी साधना से साधक प्राप्त कर सकते है। उसके बाद ही साधक लाल परी साधना सिद्ध करे । यह परी साधक को साधना के समय अनेक तरह से डराती है। इसको सिद्ध करके साधक सभी तरह के कार्य करने में समर्थ हो जाता है। परी का भोग हानिकारक है।सोच समझ कर ही वचन ले। भोजन केवल खीर का करे। इसके बाद ही साधना सिद्ध होगी। साधना में अनेक डरावने अनुभव हो सकते है और हाँ एक बात और साधको को बता दूँ की यह शक्ति बन्द आँखो से ही दर्शन देती है।आज्ञा चक्र के माध्यम से।इसे सिद्ध करने के लिये किसी माला अथवा यन्त्र की जरूरत नही है। 22 वे दिन हवन करें। यह परी साधक प्रेमिका के रूप में,पत्नी के रूप में सिद्ध कर सकता है। गुरुदेव अशोक कुमार चन्द्रा हरिद्वार उत्तराखण्ड भारत हेल्पलाइन 00917669101100 00918868035065 00919997107192 email id --vishnuavtar8@gmail.com

शैतान वशीकरण साधना-यह साधना बहुत ही प्राचीन विद्या है, इस साधना के अंतर्गत साधक या साधिका को एक शक्तिशाली शैतानी जिन्नात सिद्ध होता है। इसक...