
बेताल साधना--यह साधना एक दिवसीय है।
यह साधना मसान में सिद्ध होती है।
मसान सुनसान और वीराने में होना चाहिये।
साधक
अमावस्या का चयन करें।
रात्रि 12 बजे यह साधना शुरू की जाती है।
मन्त्र जाप शुरू होते ही मसान जाग्रत होने लगता है,सोये हुए मुर्दे जमीन फाड़ कर बाहर निकलते हुये, हा हा कर मचाते हुये साधक को भयभीत करते है।अनेक यक्ष यक्षिणी के दर्शन भी हो सकते है।साधक मन्त्र जाप करते हुए मन को एकाग्र रखे। साधना स्थल से उठकर साधक को नही भागना चाहिए किसी...