गुल्फ़ाम परी मन्त्र साधना
यह सिद्धि 8 दिन की है ।
786 माला 8 दिन में पूरी करनी होती है।
इस सिद्धि में गुल्फ़ाम परी साधक की पत्नी बनकर रहती है।
यह सिद्धि बट वृक्ष के नीचे बैठकर सिद्ध की जाती है।
सिद्धि सामग्री-
सफ़ेद वस्त्र
सफ़ेद आसन
सफ़ेद हकीक माला
दिशा पूर्व
मन्त्र जाप दाहिने हाथ के अंगूठे और मध्यमा ऊँगली से
समय रात्रि 11 बजे से
चमेली का इत्र
चमेली की अगरबत्ती
चमेली के फूल
शुद्ध देशी घी का सफ़ेद हलवा
पेड़ की दाढ़ी होनी चाहिये।
सिर पर सफ़ेद कपडा धारण करे।
यह सिद्धि शुक्रवार से प्रारम्भ करके शुक्रवार को ही समाप्त करे।
मन्त्र
गुल्लू गुल्लू गुल्ल,गुल्लू में गुलशन,गुलशन में गुल्फ़ाम परी आगच्छ फट् ।
जब यह परी सिद्ध हो जाती है तब साधक के सामने प्रकट होती है तो साधक को तुरंत चमेली के फूलो की माला परी के गले डाल देनी चाहिये और वचन ले लेने चाहिए।
साधक के सभी कार्य करते है।
यह परी सफ़ेद वस्त्र धारण किये हुये कमर पर पंख लगाये हुये ,हाथ में एक छडी धारण किये होती है।
गुरु देव अशोक कुमार चंद्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
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