सुदर्शन जड़ी दीपावली मन्त्र तंत्र साधना(कोर्ट कचहरी मुकद्दमे चुनाव विजयी) ।।
यह साधना दीपावली की महानिशा में पूजनीय गुरुदेव जी की कृपा से सिद्ध की जा रही है।इस साधना को साल में एक बार ही सिद्ध करके महानिशा में।सुदर्शन के पोधे की जड़ को मन्त्र से अभिमंत्रित करके सिद्ध किया जा रहा है।।
इस साधना का प्रयोग रामायण और महाभारत काल में भी किया गया है।इसके प्रभाव् से साधक जब अपने बाजू में इस जड़ी को पहनकर संग्राम में जाता है तो भगवान् विष्णु जी की कृपा से विजयी होता है और चुनाव में खड़ा होता है तो विजयी भवो रहता है और अपने प्रतिदुन्दि को पराजित करता है।।
कोर्ट कचहरी आदि में जिनके मुकद्दमे चल रहे हैं और वो इस जड़ी को पहनकर तारीख पर जाते हैं तो विजयी रहते हैं और उनके शत्रुओ को मुह की खानी पड़ती है।यह जड़ी साधना पूर्ण प्रमाणित और सिद्ध है परिक्षित है।
यदि साधक किसी ग्राम,कस्बे ,नगर ,पंचायत,राज्य अथवा देश विदेश में भी चुनाव लड़ रहा है तो इस सिद्ध जड़ी को अपने बाजू में धारण करके चुनाव कार्य करता है तो चाहे कितना भी लोकप्रिय उम्मीदवार क्यों न हो,जड़ी,मन्त्र शक्ति के प्रभाव से हार जाता है उसकी हार के लिये विष्णु जी की शक्ति ऐसे ऐसे योग बनाती है जिससे वह जनता में अलोकप्रिय हो जाता है, उम्मीदवार के सामने कितने भी विरोधी क्यों न हो,सबको परास्त होना पड़ता है,अंत में विजय श्री जड़ी धारण करता को ही प्राप्त होती है।
मन्त्र ॐ नमो विश्वरूपाय सर्वत्र विजयं कुरु कुरु स्वाहा ।।
अधिक जानकारी हेतु संपर्क करे।।।
अशोक कुमार चंद्रा
हेल्पलाइन 09997107192
whatsup 07669101100
08868035065
ईमेल vishnuavtar8@gmail.com
Tuesday, February 7, 2017
विजय प्राप्ति मन्त्र साधना
Sunday, February 5, 2017
वशीकरण साधनाये
@@इंद्रजाल श्मशानी देवी(धुलेश्वरी देवी) स्त्री वशीकरण मन्त्र सिद्धि@@
बहुत कम साधको ही इस बारे में मालूम है की श्मशान देवी धूलेश्वरी स्त्री वशीकरण का अमोघ अस्त्र है।जितनी भी स्त्री वशीकरण की क्रियाये श्मशान में मुर्दे की राख से की जाती है उनमे धूलेश्वरी देवी प्रथम है।
इस क्रिया में साधक श्मशान से चिता की राख लेकर आते आते है और घर पर उसका पूजन करते है,मन्त्र सिद्धि होने के बाद साधक उसी राख से अमुक स्त्री को वशीभूत करता है।यह वशीकरण क्रिया मुस्लिम क्रिया शिपली इलम से भी 100 गुना ज्यादा ताकतवर होती है,,अगर स्त्री पर शिपली इल्म है तो उसके ऊपर इस राख का प्रयोग उसका पति कर दे तो इल्म टूट जाता है और इल्म का जिन्नाथ स्त्री को छोड़कर भाग जाता है।जब स्त्री के सिर पर अभिमन्त्रित राख साधक डालते है तो स्त्री की गति धीमी हो जाती है,उसके चेहरे पर सूजन आ जाती है कुछ घण्टो के लिये।उसके बाद उसका दिमाग,दिल साधक की और आकर्षित होता है और हमेशा रहता है।यह सब कुछ ही घण्टो में हो जाता है ।स्त्री अपने ऊपर से अपना कण्ट्रोल खो देती है और साधक को तन मन धन से चाहती है,किन्तु साधक को इस विद्या का दुरूपयोग नही करना चाहिये।
यह राख शनिवार या रविवार को मसान से लायी जाती है।शनिवार को लाये तो स्त्री की चिता की राख हो और रविवार को लाये तो पुरुष की चिता की राख हो।
यह सिद्धि किसी भी ग्रहण से शुरू की जा सकती है और रविवार को मसान से राख 3 मुट्ठी ले आये।इस राख को पूजन फल फूल नैवेद्य दीया अगरबत्ती से करे और मन्त्र जप भी करे।21 दिन में साधक को सिद्धि प्राप्त हो जायेगी।इसके बाद साधक इस शक्ति का प्रयोग ऐसी जगह करे जहाँ स्त्री अपने परिवार को छोड़कर पराये पुरुष के साथ सम्बन्धो में हो,,मन्त्र से अभिमंत्रित करके इस राख को 5 चुटकी ले और उसके पति को दे जिससे वह अपनी पति को पुनः प्राप्त कर सके।जैसे ही उसका पति राख उसके सिर पर डालेगा उसको अपने पति से प्रेम उत्पन्न हो जायेगा और पर पुरुष से स्त्री नफरत करने लगेगी।
यहां सिद्धि का पूर्ण विधान नही दिया जायेगा,,योग्य साधक को ही यह सिध्दियां प्रदान की जाती है।
राख हमेशा मुर्दे की पैरो वाली जगह से उठायी जाती है ।पहले चिता को नमस्कार करे फिर आज्ञा लेकर मसान से राख ले आये।
यह सिध्दियां पूर्ण परीक्षित और प्रमाणिक है।इस मन्त्र साधना को साधक किसी योग्य गुरु से सीख कर मानव भलाई कर सकते है या हमारे संपर्क से भी सीखकर मानव भलाई कर सकते है।
मन्त्र।
ॐ नमो धूलि धूलेश्वरी
धूलि मातेश्वरी जहाँ लागे
अमुकी जागे।
साधना से पूर्व गुरु मन्त्र,सुरक्षा मन्त्र अनिवार्य है।
गुरु अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
हेल्पलाइन
07669101100
08868035065
09997107192
ईमेल id
vishnuavtar8@gmail.com
दाँत किटकिटाने की बीमारी से दूर होने की साधना
@@रात को सोते हुये दाँतों को चबाने,किटकिटाने की बीमारी से मुक्ति हेतु मन्त्र साधना@@
यह साधना किसी भी ग्रहण को,नवरात्रो को,होली या दीपावली को या पूर्णिमा को रात्रि 10 बजे से शुरू की जा सकती है।
साधक माथे पर सिंदूर का तिलक लगाये,सफ़ेद वस्त्र पहने,कुशासन् पर बैठे,रुद्राक्ष की माला से ,दाहिने हाथ की मध्यमा और अंगूठे से जप करे।
21 माला जप एक ही दिन करके सिद्धि प्राप्त करे अथवा 1 माला रोज करके 21 दिन में मन्त्र सिद्ध करे।
यह सिद्धि अगर योग रविवार को हो तो उत्तम है।
पवित्रीकरण,वास्तुदोष पूजन,गुरु पूजन ,गणेश पूजन,शिव पूजन,विष्णु पूजन,संकल्प ,मन्त्र सिद्धि करे।अंतिम दिन 2 माला हवन करे।आम की लकडियो में देशी घी की आहुति दे।
21 मन्त्रो से तर्पण और 3 मन्त्रो से मार्जन करे।सिद्ध होने पर रविवार के दिन 21 सुपारी के ऊपर की छिलके लेकर 108 बार अभिमन्त्रित करके
दाँत किटकिटाने वाले को खिला दे तो दाँत किटकिटाना बंद कर देगा।
या रविवार को ही।।।।।।
यदि रात को गंगा जी की रेत् बालू को 108 बार अभिमन्त्रित करके सोते हुये आदमी के मुँह में डाले जब वह दाँत किटकिटाय।
इस मन्त्र सिद्धि प्रयोग से हमेशा के लिये रात को दांत किटकिटाना बंद हो जाता है।
मन्त्र
ॐ हरह् हरह् भ्रमर् भ्रमर् रक्ष स्वाहा ।
भगवान् शिव की पूजा करे।थाली में मिठाई,फल, फूल ,सुगन्धित अगरबत्ती ,शुद्ध देशी घी का दिया जलाये।
(आजकल धूपबाती में 60 प्रतिशत रबर टायर कार्बन की मात्रा आ रही है,जो सिद्धि के समय सांस के माध्यम से खून में घुलकर मन्त्र सिद्धि में बाँधा उत्पन्न कर रही हैं,बीमारी भी पैदा कर रही हैं।ऐसी धूपबत्ती निर्माता कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो)
गुरु अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
हेल्पलाइन
07669101100
08868035065
09997107192
emailid
vishnuavtar8@gmail.com
Saturday, February 4, 2017
धर्मयोद्धा परशुराम साधना
@@श्री परशुराम आशीर्वाद मन्त्र सिद्धि @@
यह सिद्धि विधान 21 दिन का है।किसी भी पूर्णिमा को साधक रात्रि 11 बजे से यह साधना महेन्द्रगिरि पर्वत की ओर मुख करके दोनों भुजाओ को आकाश में फैलाकर एक भुजा में माला से जप करते हुए ,,एक पैर पर खड़ा होकर 11 माला रोज रात्रि को करे।।
अपने सामने थाली में धूप, फल, फूल,मिठाई और ताम्र कलश में जल रखे।
साधना में साधक को लाल वस्त्र धारण करने चाहिए। माथे पर सिंदूर का तिलक और क्रोध अवस्था में मन्त्र जाप करना चाहिये,,इस तरह साधना पूर्ण होने पर स्वप्न में परशुराम जी आकर साधक को आशीर्वाद प्रदान करते है और किसी भी समस्या से लड़ने के लिये असीम साहस,बल,मनोबल और मन की दृढ़ शक्ति प्रदान करते है,,जिससे साधक जो एक बार संकल्प लेकर करता है उसे पूरा ही करता है चाहे प्राण ही क्यों न चले जाये।ऐसी शक्ति परशुराम जी प्रदान करते है।
यह विधान स्वयं हमारे माध्यम से आप के सामने प्रस्तुत किया गया है,,इसको परशुराम जी ने स्वयं हमे प्रदान किया है।मन्त्र आपको किसी भी पुस्तक से मिल सकता है किन्तु सिद्धि विधान आपको हमारे माध्यम से ही प्राप्त होगा।।
जैसा मन्त्र कहा है वैसे ही जाप करे,,गुरु पूजन,पवित्रीकरण,वास्तु दोष पूजन,शिव पूजन,गणेश पूजन,विष्णु पूजन ,सुरक्षा मन्त्र,संकल्प अनिवार्य है।
मन्त्र
ॐ राम राम ॐ राम राम ॐ परशुहस्ताय नमह् ।।
गुरु अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
हेल्पलाइन
07669101100
09997107192
08868035065
email.id
vishnuavtar8@gmail.com
प्रेम विवाह
प्रेमी-प्रेमिका विवाह-
अक्सर यह देखा गया है की प्रेम संबंधो में या तो प्रेमी प्रेमिका को छोड़ देता है या प्रेमिका प्रेमी को छोड़ देती है।यह एक खतरनाक समय दोनों के लिये होता है।इनके कुछ कारण होते है जैसे-
1 किसी दूसरे के कारण एक दूसरे को छोड़ना
2 तांत्रिक क्रिया से आपसी मनमुटाव करना
3 परिवार की इज्जत बचाने के लिये प्रेमी अथवा प्रेमिका का त्याग करना।
हमारा सुझाव-ऐसे नए और पुराने प्रेमी प्रेमिकाओं को सबसे पहले कोर्ट मैरिज के कागज तैयार करके कोर्ट में शादी करनी चाहिए।उसके बाद प्रेमिका को अपने प्रेमी के साथ रहना चाहिये,सभी तरह के सम्बन्ध रखने चाहिए,
जो प्रेमिका ऐसा नही करती उसका प्रेमी उसे 100 प्रतिशत धोखा देते है और उनकी हालात जानवरो जैसे हो जाते है।आज एक तो कल दूसरा।
सबसे पहले कोर्ट मैरिज करे उसके बाद सभी कार्य करे इस स्थिति में प्रेमी प्रेमिका का छोड़कर नही जा सकता अगर जाता है और दूसरी शादी करता है तो प्रेमिका पुलिस केस दर्ज कराकर उसको सजा दिला सकती है।
जब आप माँ बाप की चोरी से प्रेम कर सकते है तो कोर्ट मैरिज क्यों नही।
अतः आज ही कसम खाय सबसे पहले कोर्ट मैरिज उसके बाद और काम।।
जब प्रेमिका अपने प्रेमी के आगे ये प्रस्ताव शुरू में रखेगी तो प्रेमी का सब पता चल जायेगा।
अगर वो उससे froud ,चीट,धोखा कर रहा है तो मना कर देगा कौर्ट मैरिज के लिये।
और सच्चा प्रेम करेगा तो आँख बंदकर कागजो पर हस्ताक्षर कर देगा।
इस उपाय से आप अपने लिये सही जीवन साथी का चुनाव कर लेते है ।
यही बात प्रेमी के लिये लागू होती है।
अधिक जानकारी हेतु आप हमारे ब्लॉग पर भी follow कर सकते है,
ब्लॉग पर अनेक साधनाये दी गयी है और भविष्य में भी पोस्ट होगी जिनके माध्यम से आप अपने खोय हुये प्रेम को वापस ला सकते है।
गुरु अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखंड
हेल्पलाइन
08868035065
07669101100
09997107192
emailid
vishnuavtar8@gmail.com
शैतान वशीकरण साधना-यह साधना बहुत ही प्राचीन विद्या है, इस साधना के अंतर्गत साधक या साधिका को एक शक्तिशाली शैतानी जिन्नात सिद्ध होता है। इसक...