महालक्ष्मी साधना- यह साधना 3 महीने में सिद्ध होती है।सिद्ध होने पर साधक अकूत धन संपदा का मालिक कुछ ही सालो मे बन जाता है।उसके चारों तरफ धन आगम के नए नए स्त्रोत बनते जाते है।साधक ऋण से मुक्त हो जाता है।सिद्धि के समय माता लक्ष्मी साधक को बंद आँखो में आज्ञा चक्र में दर्शन देती हैं।अतः साधक अपनी साधना पूर्ण सिद्ध जाने।
साधक खाने में पीले रंग के फल,मिठाई,दालें ,चावल का सेवन करे।
भोजन 2 समय सुबह 11 बजे और शाम 5 बजे ग्रहण करे।
पीला आसन,पीले वस्त्र,पूजा का आसन पीला रखे।
माथे पर पीला चन्दन का तिलक या हल्दी का तिलक लगाय।
माला पीले रंग की हल्दी की होनी चाहिये।
साधक अपने सामने स्नान करके पीले आसन पर शांत मन से बैठ जाये । पीला तिलक लगाय।अपने सामने बाजोट या चौकी (लकड़ी) पर सवा मीटर कपड़ा बिछाये।साधक को अपने आसन पर भी सवा मीटर पीला कपड़ा बिछाना चाहिए।7 मीटर की धोती धारण करनी चाहिए और धोती के एक सिरे से सिर को ढक लेना चाहिये।
साधना कक्ष एकांत में हो।केवल साधक ही आ जा सके।यह सिद्धि रात्रि 11 बजे से शुरू करे।
दिशा पूर्व होनी चाहिये।
अपने कमरे के फर्श पर सुगंधित चन्दन,गुलाब, मोगरा ,चमेली का सेंट या परफ्यूम या इत्र छिड़क दें,यही कमरे के चारो दीवारों पर 5 फ़ीट के ऊँचाई तक छिड़के।
अब पूजा की चौकी पर जल से भरा कलश अपने बाएं तरफ रखे,पूजा की थाली जो लगभग 600 ग्राम की हो काँसे की ,कलश के दायी तरफ रखे।थाली का केन्द्र चौकी के ठीक बीच मे हो।साधक और बाजोट की बीच 1 मीटर का फ़ासला होना चाहिये।
थाली में सबसे पहले सभी जगह पीले फूलों की पंखुड़ियां बिछाये, ये फूल गेंदे के या कनेर के ले सकते है।इसके बाद माता का फोटो थाली में रखे।फ़ोटो पर माला पीले फूलों की टांग दे।आप थाली में बायीं तरफ़ फ़ोटो के 2 पीले फल,2 पीली मिठाई रखे।थाली में केंद्र पर देशी घी का दिया जलाये, दिय की लौ फ़ोटो की तरफ रखे।थाली में धूपबत्ती भी रख सकते है।बन्द आँखो से मन्त्र जाप कर सकते है।
सबसे पहले पवित्रीकरण करे।उसके बाद वास्तुदोष पूजन करें उसके बाद दिशा बंधन करें।उसके बाद संकल्प ले।मन्त्र सिद्धि शुरू करें।जप के बाद माता की आरती करे।पूजा स्थल पर सो जाएं।सुबह उठकर स्नान आदि करके माता का पूजन और आरती करें।रात्रि की सामग्री फल,फूल,मिठाई लक्ष्मी जी के मंदिर में चढ़ा दें।यह क्रिया कर्म 3 माह करे, लक्ष्मीजी सिद्ध हो जाएंगी।ब्रह्मचर्य का पालन अनिवार्य रूप से करें।
सिद्धि में सबसे पहले भक्तामर स्त्रोत का 16 नंबर श्लोक जपे,उसके बाद 10 माला माता लक्ष्मी जी का जाप करे,तभी साधक को सिद्धि प्राप्त होगी।साधक का मन साफ,पवित्र हो।
इस साधना को गुरुवार से विशेष नक्षत्र में शुभ वार देखकर सिद्ध किया जाता है।
भक्तामर स्त्रोत-16
निर्धूम वर्तीरपवर्जित तेल पूरह्
कृत्स्न्म् जगत्त्रयमिदम् प्रकटीकरोषि।
गम्यो न जातु मरूताम् चलिताचलानाम्
दीपोअपरस्त्वमसि नाथ जगतप्रकाशह् ।।
मन्त्र-ॐ श्रीम् ह्रीम् क्लीम् महालक्ष्मये नमः
गुरुदेव अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
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Thursday, April 26, 2018
Tuesday, April 10, 2018
यक्ष साधना
यक्ष सिद्धि-यह सिद्धि 21 दिन की होती है।इसमे साधक भीम यक्ष सिद्ध करता है,जो साधक को बल प्रदान करते है और साथ में अन्य शक्ति भी ।
यह बल साधक अपने बल की तुलना में हजार गुना बढ़ा सकता है।इसके अतिरिक्त अन्य यक्ष भी है जिनके नाम यहाँ दिए जा रहे है किंतु सिद्धि विधान नही दिया जाएगा।केवल भीम यक्ष सिद्धि विधान दिया जाएगा।यह सिद्धि किसी भी शुक्ल पक्ष के पुष्य,मघा,अनुराधा नक्षत्र मे मंगलवार के दिन से शुरू की जाती है।
सिद्धि मे दिशा उत्तर ,साधक के वस्त्र लाल,आसन लाल,रुद्राक्ष माला ,माथे पर सिंदूर का तिलक लगाय।अगर साधक श्मशान में सिद्धि कर रहा है तो माथे पर काला तिलक श्मशान के कोयले से लगा सकता है!
सिंदूर के अभाव में हल्दी तिलक भी लगा सकते है।
22वे दिन हवन अनिवार्य है।
साधना से पूर्व और साधना के बाद यक्ष नमस्कार अनिवार्य है।
माला को गोमुखी में रखे।
काँसे की थाली 600 ग्राम की होनी चाहिये।
बाजोट पर लाल वस्त्र बिछाये।
सामग्री में कच्चा नारियल पानी वाला,सफेद ,हरी, लाल मिठाई,फल रखें।लाल गुलाब की माला चढ़ाय।
मन्त्र- ॐ ह्रौं भीम वक्राय स्वाहा।
चमेली के तेल का चौमुखा दिया जलाये।केवड़े का जल ,अगरबत्ती,इत्र का प्रयोग करे।शरीर पवित्रीकरण, सामग्री पवित्रीकरण करे।वास्तुदोष पूजन,गुरुपूजन करे।
शेष यक्ष निम्न है-महावक्र,सिंह वक्र,ध्यानेत्राय,गर्दभास्य,महावीर,बहुवक्र, गजानन,विभ्रम्,बाहुक,वीर,सुग्रीव,रंजक,पिशाचस्य,ज्रम्भक, वामक,अर्थद,जयद, मणिभद्र,मनोहर।।।
उपरोक्त यक्षों की सिद्धियां भी भीम यक्ष के समान होती है किन्तु यक्षणमस्कार मे अंतर होता है।
गुरुदेव अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
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शैतान वशीकरण साधना-यह साधना बहुत ही प्राचीन विद्या है, इस साधना के अंतर्गत साधक या साधिका को एक शक्तिशाली शैतानी जिन्नात सिद्ध होता है। इसक...