Monday, July 30, 2018
पत्रिका सदस्य एकवर्षीय
Thursday, July 19, 2018
विरहना पीर साधना
Friday, July 13, 2018
चंद्रग्रहण 27 जुलाई 2018 सिद्धियाँ
चन्द्र ग्रहणकालीन (27 जुलाई 2018) सिद्धियाँ ---
1-डाकिनी सिद्धि
2-गौ जोगिनी सिद्धि
3-लौंग वशीकरण सिद्धि
4-शौहावीर सिद्धि
5-माता विंध्यवासिनी सिद्धि
6-देवी अम्बिका (चक्रेगमालिनी)सिद्धि
7-देवी कर्ण पिशाचिनी सिद्धि
8-हनुमानजी विचित्र सिद्धि
9-सुग्रीव देव सिद्धि
10-विरहना पीर सिद्धि
11-मिठाई मोहिनी सिद्धि
12-भोजन वशीकरण सिद्धि
13-कढ़ाही बांधना सिद्धि
गुरुदेव अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
हेल्पलाइन 00917669101100
00919997107192
00918868035065
Tuesday, July 10, 2018
बजरंगबली बल साधना
हनुमान (बाहुबली)चमत्कारी मन्त्र सिद्धि-
यह साधना 21 दिन में सिद्ध की जाती है।साधक को धर्मयुद्ध के लिये हनुमानजी से बल माँगना चाहिये।
यह सिद्धि किसी भी पूर्णिमा या शुक्ल पक्ष के मंगलवार ,शनिवार या किसी ग्रहण या नवरात्रि या त्यौहार से या श्रावण माह में सिद्ध कर सकते है।
साधना के लिये साधक के पास एक कमरा होना चाहिए।केवल साधक ही आ जा सके।
हनुमानजी सम्बन्धी सभी नियमो का पालन अनिवार्य है।
सिद्धि से पूर्व साधक को हनुमानजी की पूजा मंदिर में जाकर देनी चाहिये और प्रार्थना करे कि निर्विघ्न साधना सम्पन्न हो।यह साधना निःस्वार्थ ,धर्मयुद्ध के लिये कर रहा हूँ।
पूजा सामग्री में चन्दन की धूप,अगरबत्ती,2 फल,2 बूंदी के लड्डू, लाल गुलाब की माला,चन्दन का इत्र छोटी शीशी,देशी घी का दिया, लंगोट कपड़े का,चमेली का तेल और लाल सिंदूर का चोला,एक जोड़ी खड़ाऊ, कपड़े लाल रंग के ,पानी का नारियल,एक हरा पान ,2 इलायची( कोई भी) चढ़ाए।
मंगलवार शनिवार को बन्दरो को केले,चने ,गुड़ खिलाए।यह कर्म तब तक करे जब तक सिद्धि प्राप्त न हो जाय।
सिद्धि के लिये साधक को सबसे पहले अपने कमरे में चन्दन का सेंट छिड़क देना चाहिये फर्श पर और 2 मीटर की ऊंचाई तक चारो दीवारों पर।
उसके बाद साधक को सभी सामग्री के साथ कमरे में होना चाहिये।आसन कुशा का रखे उसके ऊपर लाल आसन रखे।
10 मीटर लाल कपड़े के 3 भाग करें।
एक भाग डेढ़ मीटर का आसन पर रखे।
दूसरा भाग डेढ़ मीटर का बाजोट या चौकी पर रखे।
तीसरा भाग 7 मीटर का पहनकर साधना करे।
माथे पर लाल चंदन का तिलक लगाएं।
माला रूद्राक्ष की होनी चाहिए।माला को जल में डुबोकर लालसिंदूर सभी दानों पर रगड़ें और माला गोमुखी में रख दे।
अब पूजा की चौकी पर जल का कलश रखें।
थाली में हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करे और चन्दन के सेंट या इत्र से स्नान कराए।
देशी घी का अखण्ड दिया जलाए।
चन्दन की धूपबत्ती, अगर बत्ती जलाए।
भोग में गुड़ रखे,मीठा रामरोट भी बनाए।
फल ,मिठाई का भोग रखे।
फूलों की माला चढ़ाए।
थाली में थोड़ा सिंदूर,चावल भी रखे।
साधक सबसे पहले पवित्रीकरण अपने शरीर का करे।
उसके बाद सामग्री का
उसके बाद वास्तु दोष पूजन करे।गुरुमन्त्र एक माला जप करे।
संकल्प ले। सुरक्षा साधन करे।
हनुमान जी का ध्यान कर मन्त्र सिद्धि शुरू करे।
मन्त्र जाप के बाद हनुमान चालीसा का एक पाठ,आरती करें।
क्षमा याचना कर वही सो जाय।
यह साधना होने पर हनुमानजी साधक को आज्ञा चक्र में प्रकट होकर वरदान देते है।
इसमे साधक को बल माँगना चाहिए।
यह बल साधक के शरीर मे आने में 2 से 10 साल का समय लग जाता है।
पूर्ण श्रद्धा और विश्वास रखे।
मन्त्र-
ॐ नमः हनुमंताय आवेशाय आवेशय स्वाहा।।
गुरु अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखंड
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Monday, July 9, 2018
श्यामकोर मोहिनी साधना
देवी श्याम कौर मोहिनी साधना -
यह साधना मोहिनी एकादशी को ,बृहस्पतिवार को,कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रात 10 बजे से शुरू करके 4 बजे तक सुबह के पूर्ण करें।
यह सिद्धि सात्विक है किंतु सिद्ध होने के बाद इसके प्रयोग में तामसिक चीजो की जरूरत भी पड़ सकती है जैसे साधक कोई गलत कार्य करता है।इसमें मदिरा,अंडा,मांस,चिता की राख का भी प्रयोग होता है।
यह देवी कृष्ण जी की पत्नी सत्यभामा का रूप है।
यह सिद्धि 21 दिन की होती है।
इस सिद्धि में चौमुखा दिया जलाया जाता है।
भोग में लौंग, इलायची,2 मीठे पान,मीठे बतासे,थोड़े से चावल,तुलसी पत्ते,मिश्री,माखन ,आटे का मीठा हलवा ,मिठाई,फल रखे जाते है।
सुगंध में साधक को चमेली के फूल,अगरबत्ती ,धूपबत्ती,इत्र रखना चाहिये।
यह सिद्धि बंद कमरे में की जाती है।
मन्त्र जाप में बैजयंती माला का प्रयोग अनिवार्य है।
साधक को पीले वस्त्र पहनकर,पीले आसन पर पूरब या पश्चिम दिशा में मुह करके बैठना चाहिए।
माथे पर चंदन सफेद या लाल लगा सकते है।
सबसे पहले पवित्रीकरण करके वास्तुदोष पूजन करे।
इसके बाद सुरक्षा मन्त्र से अपना शरीर बांध लें,आसन भी बांधे अगर आप आसन नही बांधेंगे तो यह शक्ति आपको घुमा देगी और आप आंखे खोलने पर आपकी दिशा उत्तर या साउथ हो जाएगी जिससे आपकी सिद्धि बेकार हो जाएगी।
इसके बाद गुरु मंत्र 11 बार बोले,शिव मन्त्र 11 बार बोले,गणेश मन्त्र 11 बार बोले,विष्णु मन्त्र 11 बार बोले।
इसके बाद संकल्प ले ।
अब देवी श्याम कौर मोहिनी का ध्यान बन्द आंखों में करके मन्त्र जाप करे ।
सिद्धि के समय बन्द कमरे में आपको आवाजे आएंगी,डरे नही,स्त्री का चित्र आपको दिखाई देगा बंद कमरे में डरे नही,इसी तरह यह घटनायें चलती रहेंगी,इस सिद्धि में साधक को एक समय दूध की खीर का भोजन ही करना होता है।
साधना के समय किसी भी स्त्री की आंखों में न देखे।
21 वे दिन बन्द आंखों में देवी प्रकट होकर मानसिक रूप से आपसे वार्ता करेगी,किन्तु डरे नही,उससे कहे 3 वचन दीजिये।
जब देवी तैयार हो जाय तो वचन ले दूसरी और आपको मन्त्र जाप भी चालू रखना है अर्थात पूरी माला करनी है।
पहले वचन में कहे जब आपको बुलाय आपको आना होगा।।
दूसरे वचन में कहे जहां भी आपको भेजा जाएगा जाना होगा
तीसरे वचन में कहे सभी तरह के कार्य आपको करने होंगे और जो भी भोग आपका होगा दिया जाएगा।
बस इतना वचन देकर देवी चली जायेगी और साधक को सिद्धि प्राप्त हो जाएगी।कितने मन्त्र जाप पर देवी आएंगी यह देवी से वचन लेने के बाद मालूम कर ले।
इस शक्ति से 2 कार्य हो ते है एक वशीकरण करने का ,उसको तोड़ने का।। दूसरा उच्चाटन का।
यह सभी कार्य देवी आपको सिद्धि होने के बाद करती है।
दुरुपयोग न हो इसलिये मन्त्र की अंतिम लाइन लिख दी गयी है,
मन्त्र}
कामरु देश कामाख्या देवी
जहां बसे इस्माइल जोगी
इस्माइल जोगी ने बोई फुलवारी
फूल तोड़े लोना चमारी
एक फूल हँसे एक फूल बसे
फूल फूल पर नाहर का बासा
देखें सेढओं श्याम कोरे तेरे इलम का तमाशा ।।
गुरु अशोक कुमार चन्द्रा
हरिद्वार उत्तराखण्ड
हेल्पलाइन 07669101100
शैतान वशीकरण साधना-यह साधना बहुत ही प्राचीन विद्या है, इस साधना के अंतर्गत साधक या साधिका को एक शक्तिशाली शैतानी जिन्नात सिद्ध होता है। इसक...